केंद्रपाड़ा. ओडिशा में 15 दिन पहले आए तूफान के बाद लोगों की जिंदगी अभी भी सामान्य नहीं हुई है। केंद्रपाड़ा जिले में एक दलित व्यक्ति अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ टॉयलेट में दिन गुजारने को मजबूर है, क्योंकि उसका घर तूफान में टूट गया था।
रघुदेईपुर के रहने वाले मजदूर खिरोद जेना को रहने के लिए 7x 6 फीट की टॉयलेट आवंटित की गई है। इस टॉयलेट का निर्माण केंद्र सरकार की स्वच्छ भारत मिशन के तहत किया गया था। ओडिशा में 3 मई को फैनी तूफान आया था, जिसमें 40 लोगों की मौत हो गई थी।
हमारे पास घर बनाने को पैसा नहीं : जेना ने कहा, "तूफान की वजह से मेरा घर टूट गया, लेकिन इस पक्के टॉयलेट ने मुझे बचाया। मुझे कहीं नहीं जाना है। टॉयलेट को मुझे कुछ दिन पहले आवंटित की गई थी। मुझे नहीं पता कि मैं यहां कितने दिन रहूंगा।" उसने बताया कि तूफान ने मेरा घर पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। जेना की पत्नी ने कहा कि अपना घर बनाने के लिए हमारे पास पैसा नहीं है। ना ही प्रशासन से कोई मदद मिली है। इस जगह के अलावा हमारे पास रहने का कोई विकल्प नहीं है।
जल्द मदद पहुंचाई जाएगी: डिस्ट्रिक्स रूलर डेवलपमेंट एजेंसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिलीप कुमार पारीदा ने बताया कि हमें पता चला कि कुछ परिवार टॉयलेट में रह रहे हैं। तूफान से प्रभावित लोगों को प्रशासन आवास अनुदान के अलावा तूफान से होने वाले नुकसान का मुआवजा भी दे रहा है। इन सभी तक जल्द मदद पहुंचाई जाएगी।